निशांत होता |
हमारे एक मित्र हैं। नाम है निशांत होता। इनसे परिचय हुआ था सन 2004 में जब मै नवभारत अखबार में था। जनाब तब एलएलबी के छात्र थे लेकिन इनका जो सबसे पहला शौक था वह था कार्टूनिंग अर्थात कार्टून बनाने का। और एकदम तीक्ष्ण कार्टून। ऐसे कि देखते ही चुभ जाएं। रोजाना शाम में यह अपने कार्टून लेकर अखबार के दफ्तर में पहुंचते थे। उनमें कलरिंग करवाते थे फिर वे और मैं दोनों ही खिसक लेते थे, प्रेस के बाजू में ही स्थित चायवाले की दुकान पर जहां खड़े हो कर चाय की चुस्की लगाते हुए गप्पें लड़ाते थे।
फिर मैं नवभारत से अलग हो गया और निशांत से मुलाकात करीब-करीब बंद ही हो गई। भला हो इस ब्लॉगिंग का जिसने निशांत को मेरी याद दिला दी। इतने सालों में नहीं बदला तो निशांत का लक्ष्य, ज्यूडिशरी में जाना उसका लक्ष्य था और आज भी वह टिके हुए है कि जाना ही है। इस बीच बीजेएमसी भी कर ली उन्होंने।
फ्रीलांस कार्टूनिस्ट हैं। सात सालों से नवभारत के लिए कार्टून बना रहे हैं। हालांकि दैनिक भास्कर, हरिभूमि और सेंट्रल क्रॉनिकल (अंग्रेजी) में भी छप चुके हैं। इसके अलावा बालबोध, सीजी टूडे,
कार्टून वाच, सत्यदीप और अन्य कई मैगजीन्स में भी छप चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के हाथों राज्य युवा सम्मान भी प्राप्त कर चुके हैं। साथ ही छत्तीसगढ़ के पहले राज्यपाल दिनेशनंदन सहाय के अलावा वरिष्ठ कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण, तैलंग जी और छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल के भी हाथों कई बार कई जगहों पर सम्मानित हो चुके हैं।
तो यह निशांत होता पहुंचे हैं ब्लॉग जगत पर, देर आए दुरुस्त आए। देर तो मुझसे भी हुई उनके बारे में यह पोस्ट लिखने में। मुआफी।
खैर! निशांत अपने बारे में कहते हैं " अभी भी लगा हूं कि वेकेंसी आए …और नौकरी मेरी झोली में…बस देर ना हो जाए…कार्टूनिंग मेरी हॉबी थी और रहेगी। हो सकता है कि प्रोफेशन भी बन जाए…जैसी राम जी की इच्छा।"
निशांत का ब्लॉग है हल्के फुल्के कार्टून
तो स्वागत करें हल्के फुल्के कार्टून का
ब्लॉगजगत पर शुभकामनाओं के साथ स्वागत है निशांत
10 टिप्पणी:
निशांत जी से परिचय करवाने और उनके ब्लॉग का लिंक देने का आभार !!
बहुत अच्छा लगा निशांत जी से मिलकर!
बहुत आभार परिचय का।
निशांत जी से परिचय करवाने का आभार और ब्लॉग जगत में उनका स्वागत है..
शुभकामनाएं
निशांत जी से परिचय करवाने का आभार
निशांत जी से मिलवाने के लिए आभार.
एक बात तो तय है कि ब्लागिंग वाक़ई बहुत ग़ज़ब की चीज़ है ... मैं स्वयं भी कुछ लोगों से एक ज़माने बाद इसी माध्यम से फिर मिला हूं, जिनके बारे में अन्यथा मैं भूलने लगा था :)
SANJEET BHAI
AAPKA BAHUT BAHUT DHANYAWAD..MERA INTRO APNE BLOG ME KARWANE K LIYE..MERE UTSAHVARDHAN KE LIYE AAP SABHI KA AABHAR.
निशांत के कार्टून हम लोग अखबारो मे देखते आये है । यहाँ प्रस्तुति के लिये आभार ।
बहुत अच्छा संजीत जी, अभी देखते हैं निशांत जी का ब्लॉग शुक्रिया। और कैसे हैं आप?
अच्छा लगा निशान्त जी के बारे में जानकर। उनका चारा खरीद लिया है, खाते रहेंगे।
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