tag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post4675859159986048062..comments2024-01-12T11:59:41.030+05:30Comments on आवारा बंजारा: आज़ादी एक्स्प्रेस रायपुर में-2 ( लार्ड मैकाले )Sanjeet Tripathihttp://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-4226999110149102222007-12-04T01:55:00.000+05:302007-12-04T01:55:00.000+05:30मैकाले साहब को कई बार धन्यवाद कहने की भी इच्छा होत...मैकाले साहब को कई बार धन्यवाद कहने की भी इच्छा होती है। तमाम राष्ट्रवादी सोच को एक तरफ रखते हुए। क्षेत्रवादी , धार्मिक, छुआछूत जैसी संकीर्ण सोच से हम तब भी ग्रस्त थे और कमोबेश आज भी। विदेश जाने पर समाज से बहिष्कार का दंश झेलने वाले भारतीय समाज में वह जागृति मैकाले की इसी सोच के तहत अंग्रेजी पढ़े-लिखे लोगों की वजह से आई। ज्ञान के दरवाजे खुले। बाहरी दुनिया सामने आई। अच्छा बुरा समझा गया और नतीजे में आजादी मिली। सर्वाधिक मज़बूत लोकतंत्र उभरा। यह न हुआ होता तो क्या होता यह काल्पनिक बात है मगर अंग्रेजी राज से हमने काफी सीखा। <BR/>मैकाले की शिक्षा पद्धति पर अकबर इलाहाबादी का एक शेर पेशे नज़र है-<BR/>हम ऐसी कुल किताबें काबिले जब्ती समझते हैं <BR/>जिन्हें पढ़कर के लड़के बाप को खब्ती समझते हैं<BR/>प्रस्तुति के लिए आभारअजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-90053923911799138492007-12-02T08:01:00.000+05:302007-12-02T08:01:00.000+05:30धन्यवाद, संग्रहणीय जानकारी ।धन्यवाद, संग्रहणीय जानकारी ।36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-53810599095887307282007-12-01T21:09:00.000+05:302007-12-01T21:09:00.000+05:30एक आदमी पूरी की पूरी जेनरेशन को प्रभावित कर सकता ह...एक आदमी पूरी की पूरी जेनरेशन को प्रभावित कर सकता है सोच कर डर लगता है और गुस्सा भी आता है। अगर ये मैकाले न होता तो भारत का रूप ही कुछ और होता।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-32495183957917593152007-12-01T19:51:00.000+05:302007-12-01T19:51:00.000+05:30यह तो कोई बड़ी भूल चूक लगती है कि मैकाले के कथन को...यह तो कोई बड़ी भूल चूक लगती है कि मैकाले के कथन को सरकारी महकमें ने इतनी उदारता से आजादी एक्सप्रेस में चिपका दिया. सरकार तो मैकाले के मानसपुत्रों से भरी है, फिर यह गलती कैसे हो गयी?Sanjay Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/13133958816717392537noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-65809826589005824912007-12-01T18:55:00.000+05:302007-12-01T18:55:00.000+05:30लार्ड मैकाले को पढ़ते ही पुराने ज़ख्म हरे हो गए जब ह...लार्ड मैकाले को पढ़ते ही पुराने ज़ख्म हरे हो गए जब हम अध्यापन के दिनों में पढाते समय मैकाले की शिक्षा-व्यवस्था को कोसते हुए CBSE से शिकायत किया करते थे कि इस शिक्षा-प्रणाली को बद्ला जाए लेकिन आज अच्छी तरह से समझ आ गया कि रीढ़ की हड्डी टूटते ही हमारी व्यवस्था को लकवा मार गया सो कैसे बदलाव आ सकता है....मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-69766711359740368372007-12-01T18:44:00.000+05:302007-12-01T18:44:00.000+05:30भाई संजीत जी,इस बारे में मैंने अपने अप्रैल के एक ब...भाई संजीत जी,<BR/>इस बारे में मैंने अपने अप्रैल के एक ब्लॉग में लिखा था, उस समय "मिर्ची सेठ" ने कहा था कि यह मैकाले का कथन है या नहीं यह तथ्य सिद्ध नहीं हो पाया है, कृपया इस लिंक को और टिप्पणियों को देखें... <BR/>http://sureshchiplunkar.blogspot.com/2007/04/blog-post_04.htmlAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-87738131255080423822007-12-01T15:59:00.000+05:302007-12-01T15:59:00.000+05:30इस पर पहले भी आपका एक लेख पढा था। मै तो चूक गया। न...इस पर पहले भी आपका एक लेख पढा था। मै तो चूक गया। नही जा पाया। आपके बाबूजी के विषय मे कैसी प्रस्तुति की गई, इस पर भी पोस्ट लिखियेगा।Pankaj Oudhiahttps://www.blogger.com/profile/06607743834954038331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-70753382955094431482007-12-01T15:58:00.000+05:302007-12-01T15:58:00.000+05:30बेहतरीन संकलन का दर्शन करवाया है। धन्यवादबेहतरीन संकलन का दर्शन करवाया है। धन्यवादPramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-55214370946930838412007-12-01T14:43:00.000+05:302007-12-01T14:43:00.000+05:30बन्धु, अखबार वाले भी इससे लेखन/रिपोर्टिंग की प्रेर...बन्धु, अखबार वाले भी इससे लेखन/रिपोर्टिंग की प्रेरणा ले सकते है। बहुत सुन्दर।<BR/>मैकाले का यह कथन तो बहुत विवादास्पद और ब्रिटिश दम्भ है।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-20945161928854099282007-12-01T14:39:00.000+05:302007-12-01T14:39:00.000+05:30Sanjeet Tripathi जी नमस्कार,लार्ड मैकाले की आत्मा...Sanjeet Tripathi जी नमस्कार,लार्ड मैकाले की आत्मा कितनी खुश होगी,उसके सपनो का INDIA (भारत ) बिल्कुल वेसा ही बन रहा हे,जेसा वो चाहते थे,एक लेख लिख सको तो जरुर लिखे *** गुलामी की ओर***<BR/>राज भाटियाराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-52267413350956598072007-12-01T14:19:00.000+05:302007-12-01T14:19:00.000+05:30इस रायपुर एक्सप्रेस को हम तक पहुचाने के लिए धन्यवा...इस रायपुर एक्सप्रेस को हम तक पहुचाने के लिए धन्यवादKirtish Bhatthttps://www.blogger.com/profile/10695042291155160289noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-21623969397598505362007-12-01T14:15:00.000+05:302007-12-01T14:15:00.000+05:30भोपाल से पहुंची है ट्रेन । पर दुर्भाग्य हम इस प्रद...भोपाल से पहुंची है ट्रेन । पर दुर्भाग्य हम इस प्रदर्शनी को नहीं देख पाए क्यों कि यहां पर साइंस एक्सपो भी लगा था और सिर्फ एक ही दिन मिला था उसे देख पाने का। बहरहाल अब आपके दिखाए चित्रों में देख लिया है। अलबत्ता मैकाले वाली टिप्पणी जबर्दस्त है। दूरदर्शी तो था भाई....<BR/>आप बहुत आशावादी लगते हैं। ज्ञानदा से आय में हिस्सा बँटाई की बातें करने लगे। याद नहीं हाल ही में उन्होंने फटे तल्ले वाले जूते का फोटो सबको दिखाया था ....अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-3424930299444911352007-12-01T13:48:00.000+05:302007-12-01T13:48:00.000+05:30मैकाले को सलाम.मैकाले को सलाम.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.com