tag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post2364444880469538977..comments2024-01-12T11:59:41.030+05:30Comments on आवारा बंजारा: कथन: विनीत, राजकुमार ग्वालानी, अनूप शुक्ल और झा जी केSanjeet Tripathihttp://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-38593338242992225292010-01-27T13:35:17.132+05:302010-01-27T13:35:17.132+05:30माना की अब ये एक गंभीर प्रश्न बन गया है
पर इस 50 ...माना की अब ये एक गंभीर प्रश्न बन गया है<br />पर इस 50 तरह की विद्वता और सच झूठ के झगडे की बजाये इस मुद्दे पर अच्छाई और मासूमियत से हल निकाला जाना ज्यादा आसान है ।<br />इन कंटीली बातो में ब्लोगर्स बैठक की मिठास दब जा रही है ।<br />इस पर और कुछ कहना अपना वक़्त खराब करना ही है और अच्छा बहुत कुछ है कहने और करने को अब उसकी शुरुआत हो तो बेहतर । अब आप सब ज्यादा समझदार है आप सब जो चाहे करे ......नवीन प्रकाशhttps://www.blogger.com/profile/04109411995246793338noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-83512985216156680302010-01-27T07:22:56.981+05:302010-01-27T07:22:56.981+05:30नजर रखे हैं.नजर रखे हैं.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-35063431214397403032010-01-27T01:15:53.867+05:302010-01-27T01:15:53.867+05:30सतीश पंचम जी बात तो तब बने जब आप संजीत को मराठी पो...सतीश पंचम जी बात तो तब बने जब आप संजीत को मराठी पोरगी और अनिल जी को रायपुर की लड़की दिला दें। क्या कहते हैं संजीत और अनिल जी। टोटल नेशनल इंटिग्रेशन्। बाकी ये डोमेन ले डोमेन दे की बातें तो अपनी समझ से अभी बाहर हैं। जब समझ जायेगें तो अपनी राय जाहिर कर देगें।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-46976503771393799422010-01-27T00:58:43.697+05:302010-01-27T00:58:43.697+05:30सिन्हा सर रहने दीजिये, जो समझदार होते हैं एक बार म...सिन्हा सर रहने दीजिये, जो समझदार होते हैं एक बार में ही समझ जाते हैं... शब्दों को पढ़ने से ही समझ में आ जाता है कि उनके बीच में क्या सोचा गया और लिखने वाले के मन में क्या है... सब साफ़ नज़र आ रहा है...<br />जय हिंद...दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-41550848884233076952010-01-26T23:58:34.073+05:302010-01-26T23:58:34.073+05:30संजीत भाई और विषयों की तरह यहां भी मठ और मठाधीश बन...संजीत भाई और विषयों की तरह यहां भी मठ और मठाधीश बनेंगे और टूटेंगे. ब्लाग की दुनिया में मै बहुत नया हुं मगर अलग-अलग ब्लाग्स पढ़्ते हुये लगा गुट्बाजी के चक्कर में घटिया को वाह-वाह करते कई लोग मिले. अगर हिंदी ब्लागजगत का जरा सा भी भला करने की इच्छा हम मे है तो अधकचरा लेखन की कड़ी आलोचना को प्राथमिकता देनी होगी चाहे वो कोई भी हो, आप ही सोचिये एक घटिया रचना के ठीक बाजू में आप की अनुसरण करती तस्वीर आपसे क्या कहती है. <br />अगर हम अच्छा लिखने वालों को तव्ज्जो देने लगे तो कौन कहां का है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10509112011485678782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-79607659328293842212010-01-26T23:55:46.310+05:302010-01-26T23:55:46.310+05:30@ रचना जी
मैंने यही निवेदन किया की जब आप ब्लॉग देव...@ रचना जी<br />मैंने यही निवेदन किया की जब आप ब्लॉग देवनागरी में लिखती हैं तो आपके पास यह सुविधा उपलब्ध है .<br />यह कोई बहुत बड़ा प्रयास नहीं है हर कम्प्युटर में यह किया जा सकता है .<br />इससे आपकी बात सशक्त रूप से पहुँचेगी क्योंकि बहुत सारे हिन्दी भाषी रोमन टिप्पणियाँ नहीं पढ़तेडॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-90968513893752480832010-01-26T23:11:44.054+05:302010-01-26T23:11:44.054+05:30डोमेन से लेकर बहू तक ? इस विस्तार के क्या कहने । स...डोमेन से लेकर बहू तक ? इस विस्तार के क्या कहने । ससुराल में आकर बहू को भी एक नया नाम धारण करना पडता है । कुल मिलाकर सबकी चिंता बेहतरी की है यह आशय तो समझ मे आया । यह चिंता जारी रहे यह कामना ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-49091906166042716432010-01-26T20:41:24.941+05:302010-01-26T20:41:24.941+05:30लेकिन अनुरोध है आप हिन्दी ब्लॉग जगत में हैं तो टिप...लेकिन अनुरोध है आप हिन्दी ब्लॉग जगत में हैं तो टिप्पणी भी हिन्दी(देवनागरी) में दें तो उचित लगेगा<br />jaruri nahin samjhtee kyuki kahin bhi roman mae likhaen par pratibandh nahin daekha haen sabkae computer par devnagri likhnae ki suvidha har samay upsthit ho yae jaruri nahin haen aur bloging mae maktaa ityadi tay karnae kaa adhikar vyaktigat rehtaa haen <br /><br />agar sanjeet nahin chahtey haen wo kament delete kar saktey haen moderation kae baad jo kament publish hotaa haen usmae blog maalik ki sehmati hotee hee haenAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-23128959974630675112010-01-26T17:41:34.763+05:302010-01-26T17:41:34.763+05:30इंतजार रहेगा
@रचना जी आपने चर्चा के एक मुद्दे को...इंतजार रहेगा <br /><br />@रचना जी आपने चर्चा के एक मुद्दे को ही पूरी चर्चा समझ लिया ?<br /><br />असोशिएशन बनाने के मूल कारण पर भी ध्यान दीजिये <br /><br />संजीत ने पर्सनल कमेंट के लिए माना किया है लेकिन अनुरोध है आप हिन्दी ब्लॉग जगत में हैं तो टिप्पणी भी हिन्दी(देवनागरी) में दें तो उचित लगेगाडॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-66353324935164524962010-01-26T16:55:58.852+05:302010-01-26T16:55:58.852+05:30विनीत जी, अनूप जी की बात से सहमति है। डोमेन नेम का...विनीत जी, अनूप जी की बात से सहमति है। डोमेन नेम का मामला यहां भावनात्मक है, उसे व्यापारिक रखना है या नहीं यह तो पाबला जी ही बता सकते हैं क्योंकि खुद उन्होंने ही इसे खरीदा है। अभी और बहुत से डोमेन आने वाले हैं, यूनिकोड में भी डोमेन लिखना शुरू करने/प्रक्रिया सुनने में आ रही है। तो क्या हर तरह के डोमेन को खरीदते रहने में ही तल्लीन रहा जाय....उसी में लगे रहा जाय। <br /> यह एक तरह की जानबूझकर की गई नादानी ही कही जायगी कि डोमेन लिया जाय, खरीदा जाय फिर बेचा जाय.....सार्थक समय को निरर्थक बातों में बरबाद किया जाय।<br /> इस तरह 'डोमेन-ले,डोमेन- दे' वाली प्रक्रिया मुझे एक तरह से ब्लॉगिंग का एक और खरपतवार लग रहा है। अभी तक तो बेनामी टिप्पणीयां,गुटबाजी, व्यक्तिगत लांछन लगाने वाली पोस्टें, बेबात के ही वाहवाही करने सी टिप्पणीयां आदि ही ब्लॉगिंग के नेगेटिव एलीमेन्टस थे....अब उसमें 'डोमेन ले, डोमेन- दे' वाले एलीमेन्ट को घुसेडना नेगेटिविटी को बढाना देना ही होगा। <br /> पाबला जी ने कुछ गलत नहीं किया है लेकिन क्या इन्हीं सब चीजों में व्यस्त रहना उचित होगा ?<br /> और बात छोडिये, ये अनिल जी और संजीत जी के बारे में अनूप जी के मुंह से क्या सुन रहा हूँ कि दोनों ही अविवाहित हैं....दोनों के ही घर बसाने को लेकर आप लोग गंभीरता से क्यों नहीं सोचते। बोलो तो यहां मुंम्बई से अनिल जी के लिये से एक महाराष्ट्रीयन पोरगी भेजूं :)<br /> अनिल भाउ, काय महण्ता...लग्न करायच कि नाही....अहो समद वय असच घालवणार का...काही तरी विचार करा राव :)<br /> चूंकि रायपुर मेरी ननिहाल है, सो संजीत जी के लिये रायपुर से ही कुछ टांके भिडवाता हूँ, अभी भी मेरी वहां कुछ कुछ पूछ पछोर चलती है :)सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-30525286636268298792010-01-26T14:42:42.026+05:302010-01-26T14:42:42.026+05:30आज छुट्टी के दिन, रेडियो सुनते सुनते बड़े आराम से ...आज छुट्टी के दिन, रेडियो सुनते सुनते बड़े आराम से ब्लॉगस पर नज़र दौड़ा रहा हूँ<br /><br />आपकी इस पोस्ट्स का अंदाज़ पसंद आया। बात चिट्ठाचर्चा से खिसकते हुए टिप्पणीचर्चा पर आ गई :-)<br /><br />पोस्ट खतम करते करते जगजीत सिंह जी की गज़ल गूँज उठी थी<br /><b>सरकती जाए हैं रुख से नकाब आहिस्ता -आहिस्ता</b> <br /><br />टिप्पणी खतम करते करते आखिरी लाईनें भी आ गईं<br /><b>वो बड़ी बेदर्दी से सर काटे ...और मैं कहूं उनसे <br />हुजुर आहिस्ता आहिस्ता जनाब आहिस्ता -आहिस्ता <br /></b><br /><br /><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7119634122493228421.post-32580928977554623602010-01-26T14:10:56.253+05:302010-01-26T14:10:56.253+05:30sanjeet
ek prashn haen kyaa bloging socail networ...sanjeet <br />ek prashn haen kyaa bloging socail networking haen jahaan ham sab kewal ek dusrae sae milnae kae liyae hi likhtey haen <br />har meet mae kuch naa kuch hotaa haen aur har meet dus ko apaas mae jodtee haen lekin us judaav kaa bloging oar kyaa asar hotaa haen prashn yae haen <br /><br />kyaa judaav is liyae jarurii haen ki group banaya jaayae taaki saamjik muddo par baat ho yaa is liaye ki samaaj mae jo uthaapatak hotee haen , parivaaro mae jo kheechataani hotee blog par bhi hoAnonymousnoreply@blogger.com